Thursday, April 8, 2010

सरहद पार शादियां : आसान नहीं होती राह

भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक की शादी को लेकर मचे बवाल ने सरहद पार होने वाली शादियों की सफलता पर एक बार फिर बहस छेड़ दी है और विशेषज्ञों का मानना है कि इन रिश्तों में अक्सर लड़कियों को ही समझौते करने पड़ते हैं ।



मैरिज काउंसलर डॉ. सुपर्णा दासगुप्ता का मानना है कि अमूमन दो देशों के लोगों के बीच हुई शादियां समस्याओं से घिरी रहती हैं और अगर बात भारत-पाकिस्तान की आती है तो उसमें जटिलताओं की आशंका और बढ़ जाती है।



डॉ. सुपर्णा ने कहा



‘‘भले ही समाज बदल गया है, लेकिन अगर बात शादी की आती है तो कहीं न कहीं सामाजिक दायरे अब भी आड़े आते हैं। दो देशों के बीच शादियों में बाद में कई जमीनी समस्याएं आती हैं।’’



डॉ. सुपर्णा ने कहा ‘‘मीडिया में पहले भी कई बार भारत और पाकिस्तान के बीच की शादियां सुखिर्यों में आई हैं, लेकिन हर बार वह समस्याओं के कारण ही आयी हैं। दोनों देशों के माहौल और समाज के नजरिए में जमीन-आसमान का अंतर है। ऐसे में भारत की लड़कियों और खास तौर पर सानिया मिर्जा जैसी खिलाड़ी को पाकिस्तान के कथित रुढ़िवादी माहौल में सामंजस्य बिठाने में खासी तकलीफ आ सकती है।’’

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